नमस्कार दोस्तों, कैसे हैं आप सभी ? मैं आशा करती हूँ कि आप सभी कुशलमंगल होंगे | मेरा नाम जिज्ञासा है और मैं शिमला की रहने वाली हूँ | मेरी उम्र 28 साल है और मैं एक शादीशुदा महिला हूँ | मेरे पति आर्मी में हैं और मेरी दो बेटिया हैं | मैं अपने सास ससुर के साथ रहती हूँ |
मैं दिखने में बचपन से ही बहुत सुन्दर थी पर पढाई में थोडा वीक थी | आज मैं आप लोगो के सामने जो अपनी कहानी पेश करने जा रही हूँ ये मेरे जीवन की पहेली कहानी है | वैसे मुझे कहानी लिखने का आईडिया मेरी एक फ्रेंड श्रुति ने दी थी | क्यूंकि वो चुदाई वाली कहानीयोँ की बहुत बड़ी फैन है | उसने मुझे कहा था कि तू भी इस तरह कि कहानियाँ पढ़ा कर | पर मेरे पास इतना टाइम नहीं रहता है मैं कि पढ़ सकूं |
लेकिन मैंने सोचा कि मैं अपनी कहानी ही लिख देती हूँ ताकि आप लोग मेरी कहानी पढ सके | अब मैं ज्यादा समय बरबाद ना करते हुए अपनी कहानी शुरू करती हूँ |
ये कहानी तब कि है जब मैं कॉलेज की पढाई कर रही थी | एग्जाम के टाइम पर दो सब्जेक्ट में फैल होने के डर से मैं अपने प्रोफेसर के पास गयी | यु तो स्कूल के टाइम से ही लड़के मेरे पीछे पड़े रहते थे और कॉलेज के टाइम में भी कई लडको की नजर मुझ पर रहती थी | पर मैं कभी उन पर ध्यान नहीं देती थी और अपने काम से काम रखती थी | कॉलेज के टाइम पर मेरा कोई भी मेल फ्रेंड नही था |
मेरी सारी फ्रेंड्स लडकियाँ ही थी | तो दोस्तों जब मैं प्रोफेसर के पास गयी तो मैंने उनसे कहा कि सर मुझे आपकी एक हेल्प चाहिए | तो उन्होंने कहा हाँ बोलो | मैंने सर से कहा कि सर मुझे दो पेपर में डर लग रहा है कि कहीं फैल न हो जाऊ | तो क्या आप मुझे पास करवा सकते हो ? तो उन्होंने कहा कि ये सब बाते यहाँ मत करो तुम मेरे घर पर आना वहां बात करेंगे |
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मैंने कहा ठीक है सर तो मैं कितने बजे आ सकती हूँ आपके घर ? तो उन्होंने कहा कि जब तुम्हे घर आना हो तब आ जाना | फिर मैं ओके कहा और फिर अपनी क्लास में वापस आ गयी | फिर कॉलेज खत्म हुआ और मैं घर आ गयी पर मेरे दिमाग में बस यही डर लग रहा था कि कैसे भी कर के मैं पास हो जाऊ अगले सेमेस्टर में मेहनत करुँगी | यही सब सोचते सोचते मेरी नींद लग गयी |
मेरी नींद 7 बजे शाम को खुली तब ध्यान आया कि सर के पास मिलने जाना है | तो मैं तुरन्त तैयार हुई और सर के घर कि ओर बढ़ गयी | जब मैं उनके घर पंहुची तो डोर बेल बजाई तब एक 6 साल के छोटे बच्चे ने दरवाजा खोला | फिर मैं उनके घर के अन्दर गयी और उस बच्चे से पूछा कि बेटा आपके पापा कहाँ है ? तो वो दौड़ लगा कर ऊपर वाले रूम में गया और पापा को आवाज लगाया |
उसके बाद सर नीचे आये और कहा कि हाँ बेटा बैठो | और फिर उन्होंने पूछा कि किस सब्जेक्ट में तुम्हे पास होना है ? तो मैंने सर को बता दी कि सर इनकम टैक्स और इकोनॉमिक्स में डर लग रहा है फैल होने का | उन्होंने कहा ठीक है तुम अपना रोल नंबर दे दो और 20000 रूपए दे दो | ये सुन कर मेरी गांड फट गयी |
मैंने सर से कहा कि सर मेरे पास इतने पैसे नही है | तो उन्होंने कहा कि देखो बेटा तुम्हारे पास दो ही रास्ते हैं | मैंने पूछी सर क्या क्या ? तो उन्होंने बताया कि या तो तुम पैसे का अर्रेंजमेंट करो या फिर तुम्हे सेक्स करना होगा | मैं कुछ देर तक सोचने लगी कि क्या करू ? मुझे फैल नहीं होना है और इतने पैसे मैं ला नहीं सकती क्यूंकि थे ही नहीं इतने पैसे | फिर मैंने सर से कहा कि सिर मैं सेक्स करने के लिए रेडी हूँ |
फिर वो मुझे ऊपर वाले रूम में ले गये जहाँ उनका बेटा सोया हुआ था उसके बगल वाले रूम में | जहाँ उनका बेटा सोया हुआ था उन्होंने उस रूम को लॉक कर दिए बाहर से | वो मुझे रूम में ले गये और उन्होंने अपने कपडे उतारने चालू कर दिए | मुझे शर्म आ रही थी पर मुझे बेशर्म बनना पड़ा | मैं भी अपने कपडे उतारने लगी | अब दोनों नंगे हो चुके थे | फिर उन्होंने मुझे कस कर अपनी बांहों में पकड़ा और मेरे होंठ में अपने होंठ रख कर किस करने लगे और मेरे होंठ को जोर जोर से चूसने लगे |
मैं ना चाहते हुए भी उनका साथ देते हुए उनके होंठ को चूसने लगी | वो कुछ ज्यादा ही गर्मी में थे तो वो अपने लंड को मेरी चूत में गडा रहे थे और मुझे किस कर रहे थे | उसके बाद उन्होंने मुझे बेड पर लेटा दिए और मेरे बदन को ऊपर से नीचे और नीचे से उपर्र तक चूमने और चाटने लगे | अब मैं भी गरम हो चुकी थी तो मेरे मुंह से वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की सिस्कारिया निकलने लगी थी |
अब वो मेरे ऊपर आ गये और मेरे दोनो दूध को हाँथ में ले कर चूसने लगे और मैं वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्कारिया लेने लगी |
वो मेरे दूध को जोर जोर से मसलते हए चूसने लगे और मेरे निप्पलस को दांत से काटने लगे और मैं बस वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्कारिया ले रही थी |
फिर वो मेरे पेट को चूमते हुए मेरी टांगो को चौड़ी कर दिए और मेरी झांटो वाली चूत पर अपनी जीभ रख दिए | अब वो मेरी चूत के होंठ को अपनी ऊँगली के सहारे खोल दिए और चाटने लगे | मुझे भही अच्छा लगने लगा था तो मैं वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए अपने दूध मसलने लगी | वो काफ़ी अच्छे से मेरी चूत चाट रहे थे |
मेरी चूत अब उनके हवाले थी और वो मेरी चूत के दाने को चूसते हुए मेरी चूत चाट रहे थे और ऊँगली से चोद रहे थे और मैं वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्कारिया ले रही थी | फिर उन्होंने अपना लंड मेरे मुंह के पास लगा दिए और मैं उनका इशारा समझ गयी थी |
अब मैं उनके लंड को अपनी जीभ से चाटने लगी और वो मुझे देख रहे थे और साथ में वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्किया मार रहे थे |
फिर मैंने उनके लंड को अपने मुंह में ली और चूसने लगी जोर जोर से और वो वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए मेरे मुंह की चुदाई करने लगे | फिर उसके बाद उन्होंने मुझे घोड़ी बना दिए और मेरे पीछे आ कर मेरी चूत में अपना लंड टिका कर अन्दर डालने लगे |
मेरे मुंह से लगातार आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअकी सिस्कारिया निकल रही थी |
फिर जब उनका लंड मेरी चूत में अन्दर चला गया तब वो झटके मार मार के चोदने लगे और मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए मजे लेने लगी |
फिर उन्होंने मेरे दूध को पकडे और जोर जोर से चोदने लगे मैं भी अपनी गांड आगे पीछे करते हुए आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ कर रही थी | करीब आधे घंटे की चुदाई के बाद उन्होंने मेरी गांड में अपना माल झडा दिया था |
उनसे चुदाई के बाद मैं अपने घर आ गयी थी | कुछ समय बाद जब रिजल्ट आया तब मैं पास थी | ये देख कर मैं बहुत खुश हुई और अपनी चूत को धन्यवाद दिया और कहा कि अगर तू न होती तो मैंने फैल ही हो जाती |
तो दोस्तों, ये थी मेरी सच्ची कहानी | मैं उम्मीद करती हूँ कि आप सभी को मेरी ये कहानी पढ़ कर मजा आया होगा |