भाभी संग चूत से खेली मुठ की होली

हेलो फ्रेंड्स मैं जोधपुर में पला हुआ हूँ | आज मुझे भी ऐसा लगा की मैं अपनी सच्ची स्टोरी आप सभी से शेयर करूँ तो मैं आज आप सभी को अपनी एक सच्ची स्टोरी सुनाने जा रहा हूँ | दोस्तो मेरा नाम विजय है और मेरे घर में पिछले 3 महीनों से एक नये किरायेदार रहने के लिए आए हुए है | उनकी फॅमिली में 3 लोग है भाभी, भैया और उनकी एक छोटी लड़की और वो लोग मेरे घर के सबसे उपर वेल हिस्से में रहते हैं | Bhabhi ki chut ki holi.

जहाँ पर 3 रूम है और एक किचन है और एक टाय्लेट बाथरूम अटॅच है | भाभी के पति वीक में 5 दिन बाहर रहते हैं और सनडे को ही पूरा दिन साथ में रहते थे | भाभी दिखने में अच्छी थी और उन्हे देखकर लगता था की शादी को केवल अभी 3 या 4 साल हुए हैं | मेरा रूम भी छत पर ही था |

भाभी रात तक काम करती थीं और वो मेरे सामने कई बार आती जाती थीं … क्यूंकी किचन रूम के बाहर था और इतना ज़्यादा बार बार दिखने की वजह से मेरा मन उनको बार बार देखने को होता था | और मैं छत पर कुछ समान फैंकने के बहाने या फोन पर बात करने के बहाने से उनके सामने बार बार जाता था |

Chut ki holi chudai ke kamuk kahani

फिर मैं रात को भी उनके बारे में सोचने लगा | उनके ख़याल से ही मेरा 7 इंच का लम्बा लंड खड़ा हो जाता था | तभी मैने एक प्लान बनाया क्यूँ ना भाभी से बात की जाए और फ्रेंडशिप बढाई जाए और फिर मैं उनसे कभी पानी मगाने के बहाने जाता या कुछ और काम से और मैने उनसे बाते करना शुरू कर दिया | धीरे-धीरे हमारी दोस्ती बढ़ने लगी और मैं उनसे बहुत सी बातें करने लगा | उनको कोई समान माँगना होता तो वो मुझसे कहने लगती थीं और धीरे-धीरे वो मुझे बहुत अच्छी लगने लगी |

तभी एक दिन मैने इनसे कहा भाभी हम फिल्म देखने चले तो उन्होने मना कर दिया और यह सुनकर मुझे उनके उपर बहुत गुस्सा आया…. लेकिन मैं क्या कर सकता था ?  फिर एक दिन मैं कंप्यूटर पर थोड़ी तेज़ आवाज़ में गाने सुन रहा था तो भाभी मेरे रूम में आई और उन्होने मुझसे कहा की क्या तुम्हारे पास कंप्यूटर है ?  और तुमने मुझे कभी बताया ही नही वो क्यों ?  फिर मैने उनसे बोला की इसमें बताने वाली क्या बात है ?  तो उन्होने कहा की उन्होने पिछले 6 महीनो से कोई नयी फिल्म नही देखी है और बोली एक अच्छी सी फिल्म की डीवीडी लेकर आओ और हम साथ में फिल्म देखेंगे |

तभी मैने कहा ठीक है और फिर मैने उनसे पूछा की क्या आपको इंग्लिश फिल्म पसंद है ?  वो बोली- हाँ | मैने कहा की मेरे कंप्यूटर में 100 से ज़्यादा फिल्म है क्या आप देखोगी ?  उन्होने कहा की हाँ लेकिन खाना खाने के बाद | मैने कहा कि ठीक है और वो जल्दी से खाना बनाने चली गयी और मैने भी खाना खाने के बाद अपने रूम का डोर बंद कर दिया और लाइट बुझा दी और मुझे लगा की भाभी नही आने वाली है तो मैने क्या किया की अपने कपड़े उतारे और केवल अपनी चड्डी में ही सो गया |

Bhabhi holi par chut chudawane aayi.

रात को करीब 11:30 बजे मेरे रूम के डोर पर आवाज़ हुई तो मैने झटके से डोर खोला तो क्या देखा भाभी सामने खड़ी है और मई उनके सामने चड्डी में ही था और मैने इस पर पर ज़्यादा ध्यान नही दिया और फिर मैने उनसे बोला की मुझे लगा की आप नही आयोगी… तो उन्होने कहा की चलो अंदर चल कर बात करें | तभी यह सुनकर मेरा लंड एकदम खड़ा होने लगा… खैर मैने उनके सामने शर्ट पहनी और बैठ गया | वो बोली मैं सोच रही थी की बेबी सो जाए तब आराम से फिल्म देखेंगे | भाभी ने उस समय सूट पहन रख था और दुपट्टा नही डाला हुआ था और मेरी नज़ारे बार बार उनकी चूची को देख रही थी और तभी भाभी ने मुझे फिल्म चलाने को कहा और मैने फिल्म चलाई |

45 मिनिट देखने के बाद भाभी बोली की कोई हिन्दी फिल्म नही है तुम्हारे पास ? तभी मैने कहा की एक है तो उन्होने कहा की चलो तो मैने बोला की ठीक है और मैने मर्डर फिल्म लगा दी… फिल्म चलने लगी भाभी सोफे पर लेट कर फिल्म देख रही थी और मैं अपने बिस्तेर पर |

फिर जब फिल्म चल रही थी तो मैं भाभी को बार बार देख रहा था और भाभी भी कभी कभी मुझे देखती तभी बहुत गरम सीन शुरू हुआ और भाभी मुझे धीरे से देखकर मंद मंद मुस्कुरई | और मैं भाभी को धीरे से देखता और मुस्कुरा देता | तभी मैने भाभी से कहा की आप बिस्तर पर आराम से लेटो और मैं सोफे पर लेट जाता हूँ | तभी उन्होने कहा कि ठीक है और मैं उठकर गया और फिर मेरे लंड ने मेरे कपड़ो में टेंट बनाया हुआ था और भाभी ने भी यह देख लिया था और उन्होने लंड को देखकर अपनी गर्दन को हल्का सा घुमा लिया और मूह उधर की तरफ घुमा कर हल्का सा मुस्कुरई |

मुझे यह देखकर माज़ा आ गया |

फिर मैं सोफे पर लेट गया और भाभी बिस्तेर पर आराम से लेटी हुई थी | मेरा लंड एकदम लम्बा सरिया बन चुका था… मन तो कर रहा था की अभी भाभी को लिटाकर पूरा का पूरा लंड उनकी चूत में डाल दूँ लेकिन हिम्मत नही हो रही थी |

तभी मैने अपने लंड पर बार बार हाथ फेरना शुरू किया और मैं भाभी को भी देख रहा था और वो भी हल्का हल्का मुस्कुराती और जब उनसे मेरी नज़ारे मिली तभी फिल्म ख़तम हो गयी और फिर मैने दूसरी इंग्लिश फिल्म जो की हिन्दी में डब थी वो लगा दी | फिल्म चलते चलते 2 बाज चुके थे और भाभी को जब मैने मुड़कर देखा तो वो किसी भी तरह से नही हिल रही थी | फिर मैने उठकर उनको पास से देखा क्या  ग़ज़ब लग रही थी… मैने मोबाइल की लाइट जला कर देखा तो वो सो चुकी थी |

मेरे लंड का बुरा हाल हो चुका था और फिर मैने हिम्मत की और उनके पास में लेट गया | करीब 20 मिनिट लेटने के बाद मैने धीरे से उनको टच किया… लेकिन वो कुछ नही बोली और मैने फिर से उनको कसकर टच किया  और उनकी पीठ पर हाथ फेरा तो उन्होने कोई विरोध नही किया और मैने धीरे से उनकी चूत सहलाई | क्या बताऊ दोस्तो दिल की धड़कन तेज़ी से बढ़ती जा रही थी और इतना मज़ा आ रहा था की क्या बताऊ और अब डर पूरी तरह से ख़तम हो चुका था | मैने उनके सूट के अंदर हाथ डालकर चूचियो को दबाना शुरू किया और उनके निप्पल को रगड़ना शुरू किया |

Holi par desi bhabhi ke chut ka bhosda bana diya

लेकिन यह सब ठीक से नही हो पा रहा था| बार बार ब्रा बीच में फँस रही थी | फिर मैने भाभी का सूट उतारा और जब सूट पीठ तक आया तो उपर नही हो पा रहा था | तभी मैने भाभी को हल्का सा उपर उठाया और मैं क्या बताऊ दोस्तो… मैं उनके उपर कूद पड़ा और उनको पागलो की तरह किस करने लगा | तभी भाभी उठी और उन्होने अपनी सलवार को भो उतार दिया | मैने उनकी चूचियो को मूह में लिया और ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा | मुझे इतना मज़ा कभी नही आया था और मैने उनको बहुत देर तक चूसा, चांटा और दबाया | तभी मैने अपनी शर्ट और चड्डी उतार दी और मेरा लंड भाभी की नाभि और उनके पेट पर लग रहा था |

मैने एक हाथ से उनकी पेंटी को उतरा और उनकी चूत को सहलाने लगा… उनकी चूत पर बहुत छोटे-छोटे बाल थे | लगता था 5 दिन पहले उन्होने अपनी झांटे सॉफ की थी और फिर मैने बीच की उंगली को उनकी चूत में डाल दिया | उनकी चूत से पानी निकल रहा था और मैं उनकी चूचियो को लगातार चूस रहा था | अब भाभी ने कहा की बस ब मुझसे रहा नही जाता… प्लीज़ डालो ना इसे मेरी चूत में | बहुत दिनों से यह लंड की प्यासी है प्लीज़ | तभी मुझे और भी जोश आ गया और मैने अपना लंड उनकी चूत पर सेट किया और जोश में आकर एक ज़ोर का झटका मारा और मेरा पूरा लंड उनकी गीली चूत में एक बार में चला गया और उनके चेहरे से सॉफ पता चल रहा था की उनको कितना दर्द हुआ है |

Chut ki holi me chudai

थोड़ी देर बाद वो सिस्कारियां लेने लगी और मैं धीरे-धीरे लंड को चूत में आगे पीछे करने लगा और चुदाई में वयस्त हो गया | फिर करीब 20 मिनिट की चुदाई के बाद मैं उनकी चूत में ही झड़ गया और पूरा का पूरा मुठ चूत में डाल दिया और उनके उपर ही पड़ा रहा और उनकी चूचियो को चूसने लगा और वो मस्त होकर चुदाई के मज़े ले रही थी और कुछ देर बाद में मैं उठा और अपना लंड बहार निकला तो पूरी बेडशीट मुठ से गीली हो चुकी थी | फिर हमने उठकर कपड़े पहने और भाभी अपने रूम पर चली गयी… लेकिन उसके बाद हमारी चुदाई के सिलसिला जारी रहा और हमने बहुत बार चुदाई का मज़ा लिया |

Padhiye Antarvasna sex kahaniya free mein.