ट्रैन में मिली मस्त लड़की को चोदा

मेरे सभी सेक्स स्टोरी को पढने वाले और पसंद करने वालो को प्यारे प्रिंस का प्यार भरा नमस्कार. दोस्तों, सबसे पहले मैं अपने बारे में बता दू. मैं दिल्ली में रहता हु और बिज़नस परपज से नार्थ इंडिया में जगह – जगह घूमता रहता हु. मेरी हाइट ५.११ और एवरेज बॉडी विद फेयर कोम्प्लेक्स्शन है मेरे प्यारे का साइज़ ८ – ९ इंच है और वो २ – २.५ इंच मोटा है. [ antarvasna, hindi sex stories ]

अब मैं सीधा अपने एक्सपीरियंस पर आता हु. ये बात कोई ३ महीने पुराणी है, जब मैं अपने काम के सिलसिले में शताब्दी से हल्द्वानी जा रहा था. ट्रेन गाजियाबाद स्टेशन पर रुकी और मेरे बगल में काले गोगल पहने एक बहुत ही खुबसूरत लड़की आकर बैठ गयी. मैंने उसे स्माइल दी ऐज आई वाज वेल्कोमिंग हेर.

उसने भी हलकी सी स्माइल दे दी और ईरफ़ोन लगा कर गाने सुनने लगी. इन नेक्स्ट ३० मिनट मैंने उसे चेक किया. क्या कमाल की लड़की थी दोस्तों. ब्राउनइश कलर था उसका. हाइट कोई ५.४ फिट थी उसकी. उसके बूब्स भी बहुत उभरे हुए थे. और उसका फिगर ३४ – २८ – ३२ के आसपास का होगा. उसने शायद मुझे चेक आउट करते हुए देख लिया था. थोड़ी देर में उसका मोबाइल डिस्चार्ज हो गया और उसने मुझ से फ़ोन को चार्जिंग में लगाने के लिए रिक्वेस्ट किया, क्योंकि चार्जिंग पॉइंट मेरे साइड में था. मैंने उसका मोबाइल चार्जिंग पर लगाया और उस से बात करनी शुरू कर दी.

तब मुझे पता चला, कि उसका नाम नताशा है और वो अपनी फ्रेंड की शादी के लिए हल्द्वानी जा रही थी. वो मुंबई से थी. थोड़ी देर बात करते हुए, अब हम कोम्फोर्तेब्ल हो गए थे. मैंने उसको पूछा, एवर शी विजिटेड नैनीताल? उसने मैंने मना किया और बोला, कि मैं जाना चाहती हु और मेरे फ्रेंड के पास टाइम नहीं है उसकी शादी के बाद. मैंने उसको बोला, अगर उसे कोई दिक्कत नहीं हो, तो मैंने उसको घुमा सकता हु. उसने कुछ नहीं बोला और हम इधर – उधर की पर्सनल बातें करनी लगी. हल्द्वानी स्टेशन पर मैंने उसे अपना कार्ड दिया और बोला, कि उसका माइंड बने, तो बता देना. आई एम् हियर फॉर नेक्स्ट ४ डेज.

आफ्टर २ डेज, मोर्निंग में मेरा फ़ोन रिंग किया. मैंने पिक किया और बोला, “हेलो”. हूज डिस? उधर से बहुत ही मीठी आवाज आई.. नताशा दिस साइड.. प्रिंस? मैंने कहा – एस. उसने बोला, कि कहाँ मिलना है. हम लोग आज ही नैनीताल जायंगे. मेरे तो जैसे होश ही उड गए. मैंने अपनी ख़ुशी को दबाते हुए बोला, कि २ घंटे बाद, आई विल पिक यू. मैंने तुरंत छुट्टी ली और तैयार हो कर जल्दी से एक गाड़ी बुक की और नैनीताल में एक होटल बुक कर लिया.

मैंने एक ही रूम बुक किया. उसकी बतायीं जगह से मैंने उसे पिक किया और हम लोग अब साथ में नैनीताल जा रहे थे. लग रहा था, मानो कोई सपना देख रहा हु. उसने मुझे बताया, कि उसके सभी फ्रेंड वापस निकल गए है. बट शी वांटेड तो गो नैनीताल एंड गेट सम रिलेक्ससेशन. लगभग १२ बजे हम पुहुचे वहां पर और सीधा होटल में घुस गए. मैंने उसको बोला, कि अभी एक ही रूम मिला है और रात में किसी दुसरे होटल में जा कर रुक जायेंगे. शी सेड, इट्स ओके और कौन सा आपके या मेरे माँ – बाप देख रहे है, कि एक रूम में है या दो रूम में है. हम थोडा सा फ्रेश होकर घुमने निकल गए. हमने मॉल रोड पर आइसक्रीम खायी, कॉफ़ी पी और लंच किया. शाम को हमने बोटिंग की. शी वाज लूकिंग हैप्पी और बार – बार मुझे थैंक्स बोल रही थी. अब थोड़ी ठण्ड भी बड गयी थी. मैंने रास्ते से विस्की ली. वो ठण्ड के हिसाब से कुछ भी कैर्री नहीं कर रही थी.

मैंने अपना कोट उसको दे दिया और हम वापस होटल में आ गए. रूम पर पहुच कर मैंने उसे पूछा ड्रिंक के लिए. उसने कहा – कभी – कभी ले लेती है. देन, आई आर्डर सम स्नैक एंड वी ड्रिंक. मुझे तो उसके साथ का नशा होने लगा था और ऊपर से उसके साथ एक ड्रिंक. ओह माय गॉड, सोने पर सुहागा. हम काफी बाते कर रहे थे. तभी अचानक उसने कहा, यार आज तुमने मुझे बहुत ख़ुशी दी है. अब तुम चाहो, तो मेरी जान भी मांग सकते हो. मैंने मौका ना गवाते हुए बोला, जान किसे चाहिए? उसने पूछा, तो फिर क्या चाहिए? मैंने बोला – आई जस्ट वांट तो किस यू वंस.

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अब तक ३ ड्रिंक पी चुके थे और सरुर जोरो पर था. उसने कहा, कि साला तू चूतिया है क्या? तेरे साथ एक रूम में रुक रही हु. फन ट्रिप पर आई हु और तू किस मांग रहा है. ज्यादा ड्रामा मत कर और चल शुर होजा. आई वाज शोकेड. लेकिन मुझे तो यहीं चाहिए था. मैंने एक मिनट की देरी किये बिना, उसके दोनों कंधो को पकड़ा और अपनी ओर खीच लिया. उसके होठो पर अपने होठो को रख कर चूसने लगा. क्या गजब का टेस्ट था उसके रसीले पिंक होठो का. वो भी पूरा सपोर्ट कर रही थी. लगभग हमने १० मिनट तक समुच किया. धीरे – धीरे मैंने उसके बूब्स को दबाना शुरू कर दिया. उसकी साँसे गरम हो रही थी. अब मैंने उसके बूब्स को थोडा हार्ड प्रेस करना शुरू किया… वो आहाहाह अहहाह अहः की आवाज़े कर रही थी. मैंने उसका टॉप उतार दिया. उसने वाइट कलर की ब्रा पहनी थी. उसने भी मेरी टीशर्ट उतार दी. मैंने अपनी बॉडी उसकी बॉडी से रब कर रहा था.

हम दोनों ही बहुत मदहोश हो रहे थे. मैं उसे पागलो की तरह से किस करने लगा था. अपने हाथ पीछे ले जाकर मैंने उसकी ब्रा खोल दी. उसके भरे हुए चूचो को आजाद कर दिया. क्या मुलायम और गोरे चुचे थे उसके और उस पर छोटे से पिंक निप्पल. ऊऊऊऊईईईईइमा ऊऊऊऊऊ क्या मस्त नजारा था. मैंने तुरंत अपना मुह उसके राईट बूब पर लगा दिया. मैं उसके बूब को छोटे बेबी की तरह से चूस रहा था. साथ ही साथ मैं उसके दुसरे बूब को बहुत हार्ड प्रेस कर रहा था. वो बहुत गरम हो गयी थी और उसकी साँसे इतनी तेज हो चुकी थी, इसलिए उसके चुचे भी ऊपर – नीचे हो रही थी.

लगभग २० मिनट तक उसके दोनों चूचो को चूसा और दबाने के बाद मुझे होश आया, कि अब आगे बडू. मैंने धीरे – धीरे उसकी लेगिंग के ऊपर से ही उसकी चूत को सहलाना शुरू किया. वो बार – बार अपनी गांड ऊपर उठा रही थी. धीरे – धीरे मैंने अपना एक हाथ उसकी लेगिंग के अन्दर डाल दिया. मैंने सीधे ही अपनी ऊँगली उसकी चूत के उपरी हिस्से पर रगड़ने लगा. वो तो जैसे पागल हो उठी. बहुत तेज आवाज़ और सिस्कारिया निकाल रही थी.

वो हलकी सी ऊपर हुई और पागलो कि तरह मेरा लोअर नीचे खीचकर उतार दिया और मेरे फुंकारते हुए मेरे चिकने लंड को अपने हाथ में ले लिया. मेरे लौड़े से प्रीकम आ रहा था और उसने बिना देर किये, मेरे लंड को अपने मुह में ले लिया. वो मेरे लंड को लोलीपोप की तरह चूस रही थी. मैंने उसकी चूत में दो ऊँगली डाल दी और फिर अन्दर – बाहर करने लगा. वो बहुत जोर से आवाज कर रही थी. और साथ ही साथ लौड़ा भी चूस रही थी. अब मैं ६९ की पोजीशन में आ गया और उसके क्लिट को चूसने लगा. वो तड़पने लगी. वो अलग – अलग तरह से आवाज़े निकाल रही थी अहः अहः ऊओहोहोहो अहहाह अहः एस एस… उसने मेरे बाल पकडे और मेरा सिर अपनी चूत में दबाने लगी. मैं भी एक मंजे हुए खिलाडी की तरह से उसकी उसकी चूत को चाट रहा था. मैं अपनी जीभ को अन्दर बाहर कर रहा था. बड़ा नमकीन था टेस्ट आ रहा था.

थोड़ी देर में, मैंने उसके ऊपर आ गया. जैसे ही मैं ऊपर आया, उसने बिना देरी किया मेरा लंड पकड़ा और अपनी चूत पर टिका दिया. मैंने भी बिना समय बर्बाद किये, एक जोरदार धक्का दिया और आधा लंड उसकी चूत के अन्दर. उसकी एकदम से आवाज़ निकली आआआआआ ऊऊह्ह्ह… उसने बोला, कि इसे बाहर निकालो.. बहुत दर्द हो रहा है. मैंने उसकी नहीं सुनी और एक और जोर से धक्का मारा और मेरा ८ इंच का लंड उसकी चूत में उतार दिया. वो दर्द से तड़प उठी. वो बोली, इतना दर्द तो फर्स्ट टाइम में भी नहीं हुआ था. थोड़ी देर शांति के बाद मैंने धक्को का खेल शुरू किया और धकाधक – धकाधक – धकाधक करके चोदना शुरू किया.

वो अब पुरे मजे ले रही थी चुदाई के. वो बार – बार बोल रही थी, कि ऐसे धक्को के साथ मैं कभी भी नहीं चुदी. फाड़ डालो आज इसको.. ये तुम से फटवाने के लिए ही बनी है. मैं भी जोरदार धक्को के साथ उसकी बातो का जवाब दे रहा था. वो बहुत जोर से आवाज़ कर रही थी ऊओहोहोह एस एस अहः अहः हाहाह कॉम ओन… कॉम ओन.. फक फक फक… ओहोहोहोह ऊअओअओअ… यायायाय. उसका शरीर अकड़ गया और उसने कसकर बेडशीट को पकड़ लिया. मैं समझ गया, ये झड़ने वाली है. वो थोड़ी देर में ढीली हो गयी. मैंने थोड़ी देर बाद पोजीशन चेंज की और उसे कुतिया बना कर चोदा. वो अपना मुह बेड में दबाये हुए थी. दर्द और एन्जॉय के साथ आवाज कर रही थी. लगभग ३५ मिनट की चुदाई के बाद, मैंने उसकी चूत में ही झड़ गया. मैं उसके ऊपर लेट गया और हमने जोरदार समुच किया. मैं धीरे – धीरे उसके बूब्स सहला रहा था. वो काफी रिलैक्स और खुश नजर आ रही थी.

इन दो दिनों में, मैंने उसे टोटल १२ बार चोदा. हमने काफी पोजीशन में चुदाई का मजा लिया.