मैंने अपूर्वा से पूछा- इन्हें प्रोब्लम क्या है? तो उसने कहा- सर, डॉक्टर ने कैंसर बताया है। मैंने कहा- कहाँ दिखाया? तो अपूर्वा बोली- सर दिखाया तो पर हमारे पास इतना पैसा नहीं हैं कि मैं माँ की किमियो थेरेपी भी करवा पाऊँ। बस यह कहकर वो रोने लगी।
मैंने कहा- रो मत। मेरे अंदर इंसानियत थी, मैंने कहा- मैं तुम्हें पैसे दे दूँगा, तुम अपनी मम्मी का इलाज करवा लो और जब स्वस्थ हो जाएँ तब ऑफ़िस आ जाना। मैं सब सम्भाल लूँगा। मैंने उसे कहा- कल तुझे बीस हजार रुपये दे दूंगा। और फिर जितने चाहिएँ, मुझसे ले लेना, बस रोना मत।
मेरे दिल में अपूर्वा के लिए प्यार और ऊपर से इंसानियत जाग गई। धीरे धीरे में अपूर्वा को दो लाख रुपये दे चुका था और दो महीने भी कैसे बीत गए पता ही नहीं लगा। हमारे बीच कुछ नहीं था। एक दिन उसने फ़ोन किया- सर, मुझे आपका घर देखना है, मैं आपसे मिल सकती हूँ? मैंने कहा- जरूर आ जाओ।
Office Sex Stories > विज्ञान से चूत चुदाई ज्ञान
मैंने उसे अपना पता दिया और कहा- शाम को आना या फिर रविवार को। उसने कहा- सर रविवार को ही आऊँगी। दो दिन बाद रविवार को वो मेरे घर आई। उस दिन वो बहुत अलग दिख रही थी, बहुत ज्यादा सज संवर कर आई थी, ऐसा लग रहा था कोई हिरोइन हो।
लग नहीं रहा था यह वही गरीब अपूर्वा है? उसे देखकर मेरे जिस्म में आग सी लगने लगी, उसे आज तक मैंने गलत नजर से नहीं देखा पर उस वक्त मैं उसे देख कर खुद के होश गंवा बैठा। वो बहुत ज्यादा सेक्सी लग रही थी उस दिन, जो कपड़े पहने थे वो बहुत कसे हुए थे, इससे उसके उरोज बहुत ज्यादा उभरे लग रहे थे।
देखने से लग रहा था कि उसके बूब्ज़ का आकार 32 या 34 होगा। और उसका फिगर क्या बताऊँ, देखकर मेरा तो सब कुछ हिल चुका था, उसकी कमर 30 थी। मैंने उसे सोफे पर बैठने को कहा, और मैंने कहा- मैं नहा लेता हूँ तब तक तुम इंतज़ार करो। उसने कहा- सर, बाद में नहा लेना, अभी बैठ जाओ।
Office Sex Stories > मकान मालिक की बीवी को प्रेगनेंट किया
मैंने कहा- ठीक है। मैं उस वक्त पजामे और टीशर्ट में था। वो मेरे सामने बैठी थी और मेरी नजर बार बार उसे देख रही थी। मैंने उसे कहा- चल कुछ खाने को बना लाता हूँ। तो उसने कहा- चलो सर, मैं आपकी मदद कर देती हूँ। मैंने कहा- ठीक है। हम दोनों रसोई में आ गए।
वो बार बार मेरे से छू रही थी, छू वो रही थी और यहाँ वाइब्रेशन हो रहा था। मेरा लण्ड एकदम तम्बू की तरह खड़ा हो गया था अब मैं बार बार उसे छुपा रहा था, सोच रहा था कि यह देख लेगी तो गलत समझेगी पर शायद उसकी नजर मेरे लण्ड पर पड़ चुकी थी इसलिए बार बार मेरी तरफ स्माइल दे रही थी।
Office Sex Stories > ड्रंक आंटी की चुदाई
वो अब जानबूझकर और मेरे पास आ रही थी पर मेरी हालत ख़राब हो रही थी। दोस्तो, मेरा लण्ड 6 इंच का है, मैं झूठ नहीं बोल सकता कि मेरा लण्ड 8 इंच का है, या 9 इंच का है क्यूंकि लण्ड 6 से 7 इंच का ही होता है, इससे बड़ा लण्ड सिर्फ अफ़्रीकी देशों में पाया जाता है।
मेरा लण्ड पर किसी से कम नहीं हैं पर उस वक्त मेरी हालत एकदम ख़राब हो रही थी इसलिए लण्ड पर गुस्सा आ रहा था कि कमबख्त हर जगह खड़ा हो जाता है, माहौल भी नहीं देखता।
अपूर्वा ने मेरे कान में कहा- सर बाथरूम जा आइये, कब तक बेचारे को परेशान करोगे? कहानी जारी रहेगी…