चुदासी भाभी की जोरदार चुदाई

हम लोगों ने कॉफ़ी खत्म की और फिर वो अन्दर चली गई।

Bhabi ki chudai > जीजाजी, दीदी और मैं

जब वो चुदासी भाभी कपड़े बदल कर वापिस आई तो क्या कातिलना अदा बिखेरते हुए आई वो एकदम आग लग रही थी..

एकदम हूर की परी..

वो एक छोटी सी बेबी-डॉल फ्रॉक में बाहर आई।

अब हम लोग कमरे में चले गए।

अन्दर जाते ही मैंने उसे पकड़ लिया और सीधा उसके अधरों पर चुम्बन करने लगा।

वो भी पूरी तरह से मेरा साथ देने लगी।

चुम्मा-चाटी करते करते मैंने उसकी वो गुलाबी फ्रॉक को उतार दिया उसने नीचे लाल रंग की चड्डी पहन रखी थी।

जिसमें वो एकदम हुस्न की परी लग रही थी।

मैंने उसे सीधा पलंग पर पटक दिया और उसकी ब्रा भी उतार दी।

Bhabi ki chudai > बॉस ने की माँ की चुदाई

अब उसके गोरे-गोरे कबूतर मेरे सामने आजाद थे।

मैंने उसके मम्मों को मुँह में ले लिया और जम कर चूसा।

मम्मों को चचोरते हुए मैंने उसकी पैन्टी भी उतार दी और एक ऊँगली उसकी चूत में डाल दी।

वो चुदासी भाभी तो थी ही मेरी इस हरकत से पागल सी होने लगी।

कुछ देर मम्मों को चूसने के बाद मैंने उसे लण्ड चूसने के लिए बोला.. तो उसने पहले तो मना कर दिया।

बोली- मैंने पहले कभी नहीं चूसा है।

फिर मैंने उससे कहा- एक बार मेरी खातिर चूस कर तो देखो।

चुदासी भाभी मान गई और हम 69 की अवस्था में आ गए।

Bhabi ki chudai > पढाई करते हुए निशा की चुदाई की

अब उसकी चूत पर मेरा मुँह और उसके मुँह में मेरा लण्ड था।

हम दोनों ने एक-दूसरे के गुप्तांगों को बहुत ही मजे से चूसा।

कुछ देर बाद वो झड़ गई.. लेकिन मैं अभी नहीं झड़ा था।

अब वो सिसयाने लगी- प्लीज़ मेरी में पेल दो.. अब नहीं रहा जाता… सो मैंने उसे घोड़ी बनाया और लण्ड उसकी चूत पर रखा।

मेरी एक ज़ोरदार चोट ने मेरा पूरा लण्ड उसकी चूत में पेल दिया।

वो एक बार तो चिल्लाई.. लेकिन मैं रुका नहीं और उसे पेलना जारी रखा।

कुछ देर बाद वो चुदासी भाभी भी चूतड़ों को आगे-पीछे करके मेरा साथ देने लगी।

अब मैंने चूत में से निकाल कर लण्ड उसकी गाण्ड में डाल दिया।

Bhabi ki chudai > मोनिका की कुंवारी चूत

उसने पहले गाण्ड नहीं मरवाई थी.. सो उसकी गाण्ड में से खून आने लगा और वो चिल्लाने लगी।

लेकिन कुछ देर बाद उसका दर्द कम हुआ तो मैंने चोदना चालू किया।

अब वो तो बहुत ही ज़्यादा पागल हो गई थी।

कुछ देर गाण्ड मारने के बाद मैंने अपना लण्ड फिर से उसकी चूत में डाल दिया और लगभग 15 मिनट चोदने के बाद हम दोनों एक साथ झड़ गए।

मैंने अपना सारा माल उसकी चूत से बाहर ही निकाला और हम नंगे ही एक-दूसरे के साथ चिपक कर सो गए।

कुछ देर बाद हमारा फिर से मूड बन गया और फिर से धकापेल शुरू हो गई।

उस दिन हमने 4 बार चुदाई की। वो बहुत ही खुश थी और फिर बाद में हम काफ़ी बार मिले और चुदाई का मजा लिया।

Bhabi ki chudai > अजनबी औरत की चूत मारी

मुझे उम्मीद है आप लोगों को कहानी अच्छी लगी होगी।