नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम जाहिद है और मेरी उम्र 25 साल है। मेरे लंड का साईज 8 इंच है। और मेरी बहन का नाम नरगिस है और वो मुझसे 2 साल छोटी है, उसका फिगर काफ़ी खूबसूरत है। यह उन दिनों की बात है, जब में मेट्रिक में था और मेरी उम्र 19 साल और सादिया की उम्र 18 साल की थी। फिर एक दिन जब हमारे चाचा जान का निधन हो गया, तो मेरे अब्बा और मम्मी उनके घर लखनऊ चले गये और मेरे एग्जॉम की वजह से मुझे और नरगिस को घर पर छोड़ गये। antarvasanasexstories me padhiye bahan ki gand chudai wali sex kahaniya.
फिर हमने स्कूल से आकर खाना खाया और फिर अपने-अपने रूम में सोने चले गये। अब में अपने पेपर की तैयारी कर रहा था और नाईट बल्ब जलाकर पढ़ रहा था। मेरी आदत है कि में रात के वक़्त सिर्फ चड्डी पहनकर सोता हूँ तो अचानक से मेरे कमरे का दरवाज़ा जोर से बजा तो में घबरा गया और दरवाज़ा खोला तो नरगिस ने झट से मेरे गले लगकर रोना शुरू कर दिया।
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फिर मैंने पूछा कि क्या हुआ? तो वो कहने लगी कि मेरे कमरे में कोई है, तो मैंने उसे समझाया कि मेरे और तुम्हारे अलावा घर में कोई नहीं है, लेकिन वो बुरी तरह से डर गई थी तो मैंने उसके रूम की तलाशी ली, तो वहाँ कोई नहीं था।
फिर मैंने उसे बहुत समझाया, लेकिन वो नहीं समझी और ज़िद करने लगी कि में आपके साथ इसी कमरे में सो जाती हूँ। फिर मैंने कहा कि ठीक है अगर तुम डर रही हो तो सो जाओ और फिर में अपने पेपर की तैयारी करने लगा और वो सो गई। फिर करीब 1घंटे के बाद मुझे भी नींद आने लगी और में भी नाईट बल्ब जलाकर सोने लगा। फिर अचानक से मेरी नज़र उसकी मैक्सी पर पड़ी मैक्सी अपनी जगह से हटी हुई थी और मुझे उसकी चूत साफ नज़र आ रही थी और उसने अंदर चड्डी नहीं पहनी थी।
अब मेरा तो लंड यह देखते ही तनकर खड़ा हो गया था और मेरी चड्डी को फाड़ने लगा था, तो मैंने अपनी चड्डी उतार दी और आहिस्ता-आहिस्ता से नरगिस के बराबर में लेट गया और उसकी मैक्सी को आहिस्ता से ऊपर सरकाने लगा। फिर मैंने देखा कि उसने अंदर ब्रा भी नहीं पहनी थी, शायद गर्मी की वजह से वो रात में फुल आराम से सोती थी। फिर मेरे लंड ने उसके जिस्म को टच करना शुरू कर दिया और अब उसका मुँह मेरी तरफ था, तो मैंने आहिस्ता से उसकी चूत पर अपनी एक उंगली रखी, तो वो बहुत ही गर्म और टाईट हो रही थी।
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फिर मैंने अपने हाथ को उसकी चूत पर फैरना शुरू कर दिया, तो अचानक से उसने अपना सीधा हाथ मेरे जिस्म पर रख दिया और आहिस्ता-आहिस्ता नीचे मेरे लंड तक पहुँच गई। अब एक लड़की के हाथ का स्पर्श पाते ही मेरे लंड ने अपनी पूरी ताकत दिखा दी और वो और ज्यादा तन गया, जिसकी वजह से नरगिस की आँख खुल गई और वो यह सब देखकर हैरान रह गई। अब में घबरा गया था कि अब यह मेरी शिकायत अब्बा से कर देगी, लेकिन उसने अपने हाथ से मेरा लंड पकड़कर पूछा कि भाई यह क्या है? और यह इतना बड़ा क्यों है?
तो मुझे यह सुनकर कुछ तसल्ली हुई और फिर मैंने उसे गर्म करना शुरू किया और आहिस्ता-आहिस्ता उसे समझाने के बहाने पूरा नंगा कर दिया और उसके बड़े बड़े आम जैसे बूब्स को दबाना शुरू कर दिया। अब जब वो पूरी तरह से गर्म हो गई, तो मैंने अपना लंड उसके मुँह में दे दिया और उससे कहा के कि इसे चूसो। अब उस वक़्त मेरा लंड पूरा 7 इंच का था, तो उसने उसे चुसना शरू कर दिया। फिर मैंने 69 की पोज़िशन में आकर उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया, तो थोड़ी देर के बाद वो झड़ गई और उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया।
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फिर कुछ ही देर में में भी झड़ गया और मुझसे कहने लगी कि भाई यह तो बहुत ही मज़ेदार है और यह सब करके मुझे बड़ा मज़ा आया है, दुबारा करें। फिर मैंने कहा कि अब हम कुछ और करेंगे, जिससे तुम्हें और ज़्यादा मज़ा आएगा और फिर मैंने अपनी ड्रेसिंग टेबल से तेल की शीशी उठाई और अपने लंड और उसकी चूत पर बहुत सारा तेल लगाया और अपनी एक उंगली उसकी चूत में डाल दी, उसकी चूत बहुत टाईट थी। अब मेरी एक उंगली थोड़ी सी ही उसकी चूत के अंदर गई थी कि वो चीखने लगी आह दर्द हो रहा है। फिर मैंने कहा कि थोड़ी देर बर्दाश्त करो और फिर तुम्हें बहुत मज़ा आएगा और आहिस्ता-आहिस्ता उसकी चूत में अपनी एक उंगलियाँ डालकर उसकी चूत को तेल से अच्छी तरह से चिकना कर दिया और फिर अपने खड़े लंड को आहिस्ता से उसकी चूत में डाल दिया।
अब अभी मेरे लंड का टोपा ही उसकी चूत के अंदर गया था कि वो जोर-जोर से चीखने लगी कि भाई निकालो मुझे बहुत दर्द हो रहा है। फिर मैंने उसके चीखने की परवाह किये बिना अपना लंड अंदर डालना शुरू कर दिया और करीब 3 इंच अंदर जाने के बाद रुक गया और उसके होंठो पर ज़ोरदार किस करने लगा और उसके बूब्स को दबाने लगा। फिर कुछ देर के बाद उसे राहत मिली। अब मैंने अपनी पोज़िशन लेकर पहले तो उसके मुँह को अपने मुँह से अच्छी तरह से ढक लिया, ताकि उसकी चीख नहीं निकल सके और फिर एक जोरदार झटका मारा, तो उसकी चीख मेरे मुँह में ही दब गई और मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया। अब वो तड़पने लगी थी और बेहोश हो गई थी, लेकिन अब मुझे होश कहाँ था? तो मैंने अपनी चुदाई को जारी रखा।
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अब उसकी चूत से खून निकल रहा था, तो मैंने उसे कपड़े से साफ किया और थोड़ी देर के बाद अपना लंड भी बाहर निकालकर साफ किया और अब वो रोने लगी थी और उसे बहुत दर्द हो रहा था, तो मैंने उसकी चूचीयों को खूब अच्छी तरह से मसला और खूब चूसा तो कुछ देर के बाद उसे सुकून मिला। फिर मैंने एक बार फिर से तैयारी की और अपने लंड पर फिर से तेल लगाकर उसकी चूत में डाल दिया।
अब मैंने आहिस्ता-आहिस्ता अपना लंड उसकी चूत में डाला था, तो वो थोड़ी चीखी, तो में रुक गया। फिर कुछ देर बाद उसे दर्द की जगह राहत मिलने लगी और वो अपनी कमर को चलाने लगी, तो अब मैंने भी अपनी रफ़्तार तेज कर दी और फिर हम दोनों चुदाई में खो चुके थे फिर क़रीब 20 मिनट के बाद वो झड़ गई, लेकिन मैंने अपना काम जारी रखा और उसे चोदता रहा।
फिर आधे घंटे के बाद में भी झड़ गया और फिर हम दोनों एक साथ नंगे ही सो गये और फिर यह सिलसिला काफ़ी दिनों तक चलता रहा ।
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