मेरे और भाभी के नाजायज़ सम्बन्ध
नमस्ते मित्रो, मेरा नाम अंगद है और मैं शाहजहाँ नगर में रहता हूँ | मेर उम्र 22 साल है और मैं पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहा हूँ लेकिन कॉलेज बस एग्जाम देने जाता हूँ | मैं दिखने में क्यूट लगता हूँ ऐसा सभी मुझे कहते हैं और अभी से नहीं जब मैं छोटा था तब से ही सब मुझे क्यूट बोल रहे हैं | मेरे घर में मैं और बस मम्मी हैं | मेरी मामी स्कूल टीचर हैं और वो स्कूल से शाम 5 बजे आती हैं | दोस्तों, आज जो मैं आप लोगो को अपनी कहानी बताने जा रहा हूँ | ये मेरी जीवन की एक सच्ची कहानी हैं | मैंने कभी कोई सेक्स स्टोरीज नहीं पढ़ी है, और न ही कभी कोई स्टोरी लिखी है | ये मेरी पहली कहानी है अगर इसमें आप लोगो को कोई गलती लगती है तो मैं माफ़ी मांगता हूँ | अब मैं कहानी शुरू करता हूँ |
ये कहानी पिछले साल की हैं | मैं एक बहुत ही खुशमिजाज लड़का हूँ | सबकी मदद करना मुझे अच्छा लगता हैं | मैं कोई बिगड़ा लड़का नहीं था | एक दिन कि बात है मैं नहा कर छत पर कपडे डालने गया हुआ था | तभी मैंने देखा कि सामने एक बहुत मस्त सी भाभी अपने छोटे से बच्चे को हाँथ में लिए हुए है | उनके साथ उनके पति भी थे | मैं कपडे डालते डालते उन्हें देखने लगा | हमारे घर के बाजू में एक बहुत बड़ा घर जो कि सिर्फ किराये से चलता है | वो अपना सामान शिफ्ट कर रहे थे | थोड़ी देर के बाद मैं नीचे आ गया और टीवी देखने लगा | टीवी देखते देखते मुझे उन भाभी का चेहरा ही याद आ रहा था | वैसे उनका नाम अमीषा है और उनकी उम्र 28 साल थी अभी वो 29 की हैं | उनके बेबी का नाम उन्होंने रूचि रखा है | ऐसे ही उनकी याद में दिन और रात दोनों गुजर गयी | अगले दिन मैं नहा के फिर मैं छत पर कपड़े डालने गया | वो भाभी छत पर अपने कपडे सुखा रही थी | मैंने उन्हें हैल्लो किया उन्होंने भी मुझे हैल्लो किया | मैंने उनसे पूछा कि आप कहाँ से आये हैं | तो उन्होंने बताया कि हम श्रीनगर से आये हैं | मेरे हसबैंड मुंबई में जॉब करते हैं तो वो हमे यहाँ छोड़ कर आज सुबह ही मुंबई के लिए निकल गये | वैसे हम यहाँ दो साल से रह रहे हैं पर जहाँ पर हम पहले रहते थे उनकी डेथ हो गयी तो उन्होंने अपना घर बार बेच कर चकले गये |
फिर ऐसे ही यहाँ वहां की नार्मल बात हुई हम लोग के बीच | उसके बाद उनके बच्चे की रोने की आवाज़ आई तो वो भी नीचे चले गयी और मैं भी | उनके बात करने का तरीका उनके बोलने का स्टाइल इतना प्यारा था कि क्या बताऊ ? मैं सीधा सादा बंदा कब उनसे मुझे प्यार हो गया मुझे पता ही नही चल पाया | अब दोनों में बहुत अच्छी दोस्ती हो गयी थी | हम खूब बात चीत करने लगे | वो भी मुझे सीधा सादा समझती थी क्यूंकि मैं ज्यादा मोहल्ले में मतलब नहीं रखता था और ना ही मेरे कॉलेज के कोई फ्रेंड्स थे | ऐसे ही बात करते करते उन्हें भी मुझसे प्यार हो गया | ये मुझे तब पता चला जब उन्होंने मुझे बताया |
मैं नहा कर उनके घर चले जाया करता था और उनके बेबी के साथ खेलता रहता था | वो जब तक अपने घर के काम निबटा लेती थी | जब मम्मी के आने का टाइम होता था तो मैं अपने घर चले आता था | ये बात मम्मी को नहीं पता था कि मैं उनके घर आया जाया करता था |
एक दिन कि बात मैं मैं उनके बेबी के साथ खेल रहा था तभी भाभी ने मुझे किचन में बुलाया और कहा कि अंगद मेरे हाँथ व्यस्त हैं क्या तुम मेरे लिए प्याज और आलू काट दोगे ? तो मैंने कहा ठीक है भाभी काट देता हूँ | मैं वही नीचे बैठ के काटने लगा आलू प्याज | भाभी को बहुत पसीना आ रहा था और वो वो जब पसीना पोछने के लिए अपने हाँथ उठाती तो उनके दूध मुझे साइड से दिखने लगे | अब मैं आलू प्याज ना काटते हुए उनके दूध देखने लगा | दूध देखने में मैं इतना व्यस्त हो गया कि मैं मुझे ध्यान ही नहीं रहा कि मुझे काम भी करना हैं | भाभी की जब नजर मुझे पड़ी तो उन्होंने मुझसे शरमाते हुए पूछी क्यूँ रे अंगद क्या देख रहा है ? तो मैंने कहा कुछ नहीं भाभी आप जब अपने हाथ को पसीना पोछने के लिए उठा रहे थे तब आप के साइड से दूध दिख रहे थे |
ये बात सुन कर भाभी शरमा गयी और मुझसे कहा कि तुझे अच्छा लग रहा था क्या मेरे दूध देखना ? तो मैंने कहा हाँ भाभी आपके गोरे गोरे दूध देखने में बहुत अच्छा लग रहा था | तब उन्होंने कहा अच्छा बड़ा शरारती हो गया है तू | तो मैंने कहा कि भाभी सच कहू तो मैं आप से प्यार करता हूँ | तो वो मुस्कुराते हुए बोली कि सच कहू तो मैं भी तुझसे प्यार करने लगी हूँ | बस भाभी का इतना ही कहना था और मैंने तुरंत ही उन्हें अपने गले लगा लिया | पता नही मुझमे इतनी हिम्मत कहाँ से आ गयी ? शायद ये प्यार की ताकत थी |
अब मैं भाभी के होंठ में अपने होंठ में रख दिए और उनके होंठ को चूसने लगा | भाभी मेरे होंठ को चूसते हुए मेरा साथ दे रही थी | कुछ देर किस्सिंग करने के बाद मैंने अपनी टी-शर्ट उतार दिया और उसके बाद मैंने उनका गाउन भी उतार दिया | उन्होंने ब्रा नही पहनी थी | अब मैं उनके बड़े बड़े दूध को जोर जोर से मसलने लगा तो भाभी के मुंह से आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करने लगी | भाभी के दूध दबाते दबाते उनके निप्पल से दूध भी निकल रहा था हल्का हल्का | फिर मैंने भाभी के दोनों दूध को अपने मुंह से लगाया और चूसने लगा भाभी मेरे सिर को सहलाते हुए आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ कर रही थी | भाभी के दूध से निकलने वाले दूध को भी मैं पी रहा था | भाभी ने मुझसे कहा कि यहाँ ठीक नहीं है अपन मेरे रूम में चलते हैं | फिर भाभी ने गैस बंद की और फिर मुझे अपने कमरे में ले गयी | भाभी बस पेंटी में थी और मैं बस लोअर और अंडरवियर में | भाभी ने मुझे बेड पर बैठाया और धीरे धीरे मेरे लोअर और अंडरवियर को उतार दिया | अब मैं पूरा नंगा उनके सामने बैठा था | भाभी ने मेरे लंड को पहले तो खूब चाटी और उसके बाद मेरे लौड़े को मुंह में ले कर चूसने लगी | मैं भाभी के मुंह को चोदते हुए आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ कर रहा था | उसके बाद मैंने भाभी की पेंटी उतारी और उन्हें बेड पर लेटा दिया | भाभी की चूत गोरी और गुलाबी है | अब मैं उनकी चूत पर अपनी जीभ से रगड़ने लगा तो भाभी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए मचलने लगी | फिर मैंने भाभी की चूत को चाटना चालू कर दिया | भाभी मेरे सिर के बल सहलाते हुए आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करने लगी |
कुछ देर भाभी की चूत चाटने के बाद मैंने अपना लंड उनकी चूत में टिकाया और धीरे धीरे अपना लंड उनकी चूत में उतारता चला गया | अब मैं भाभी की चूत को चोदने लगा धक्के मार मार के और भाभी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए अपने दूध को मसलने लगी | मैं जोर जोर से उनकी चूत की चुदाई कर रहा था और भाभी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्कारिया भर रही थी | फिर मैंने भाभी को घोड़ी बनाया और पीछे से उनकी चूत चोदने लगा तो भाभी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए अपनी चूत सहला रही थी नीचे से हाँथ डाल के | उनकी चुदाई करने के बाद मैंने अपनी धात पेट पर गिरा दिया | हम दोनों ही चुदाई के बाद बहुत खुश थे | अब मैं रोज एक साल से उनकी चूत की चुदाई कर रहा हूँ | जब उनके पति आते हैं तब मैं चुदाई नहीं कर पाता | ये बात अभी तक किसी को नही पता है |