होठों को चूमने की कोशिश
Antarvasna, sex stories in hindi: आकाश बोलने लगा कि चलो हम लोग घर चलते हैं और हम लोग अपने घर चले आए थे। हम दोनों आकांक्षा को मिलने के लिए गए थे लेकिन अब आकाश और आकांक्षा के बीच बिल्कुल भी नहीं बनती है। उस दिन मैं आकाश के साथ आकांक्षा को समझाने के लिए गया था लेकिन आकांक्षा आकाश की बात नहीं मानी इसलिए आकाश ने मुझे कहा कि हम लोग यहां से चलते हैं। आकांक्षा अब आकाश को डिवोर्स देना चाहती थी और उन दोनों के अलग हो जाने के बाद आकाश की जिंदगी काफी बदलने लगी थी। वह बहुत ज्यादा परेशान रहने लगा था लेकिन मैंने आकाश का साथ हमेशा ही दिया है और उसे मैंने कहा कि तुम अपनी जिंदगी में आगे बढ़ने की कोशिश करो। आकाश बहुत ज्यादा परेशान हो चुका था वह पूरी तरीके से टूट चुका था लेकिन उसके बावजूद भी आकाश ने हिम्मत नहीं हारी थी। आकाश बहुत ही ज्यादा खुश था कि अब वह अपनी जिंदगी में आगे बढ़ चुका है। आकांक्षा को वह भूल चुका था और अपनी जिंदगी में आगे बढ़ चुका था। आकाश की जिंदगी से आकांक्षा चली गई तो उसकी जिंदगी में सब कुछ ठीक होने लगा।
वह अब बहुत ही ज्यादा खुश है कि अब उसकी लाइफ में सब कुछ ठीक हो चुका है। मैं भी बहुत खुश था कि आकाश अपनी जिंदगी में आगे बढ़ कर अब अपनी लाइफ को अच्छे से जी पा रहा है। आकांक्षा और उसके डिवोर्स हो जाने के बाद अब आकाश की जिंदगी में महिमा भी आ चुकी है। महिमा और आकाश एक दूसरे को पहले से ही जानते थे और महिमा आकाश को हमेशा से ही पसंद करती थी लेकिन आकाश आकांक्षा के साथ शादी करना चाहता था यही वजह थी कि महिमा उससे दूर होती चली गई। महिमा ने उस वक्त उसका साथ दिया और महिमा और वह जल्द ही एक दूसरे से शादी करना चाहते थे। मैं बहुत ज्यादा खुश हूं कि आकाश की जिंदगी सही से चल रही है। आकाश मेरा बहुत अच्छा दोस्त है जब भी मुझे आकाश की जरूरत होती है तो वह मेरे साथ हमेशा ही खड़ा रहता है।
मुझे इस बात की बड़ी खुशी है कि आकाश हमेशा ही मेरी जरूरत के वक्त में मेरे साथ खड़ा रहा है। मुझे आज भी वह दिन याद है जब मेरे पास नौकरी नहीं थी और घर की आर्थिक स्थिति बिल्कुल भी ठीक नहीं थी लेकिन उस वक्त आकाश ने हीं मेरी मदद की थी। मैं ज्यादातर अपने काम के सिलसिले में बाहर ही रहता हूं और काफी दिन हो गए थे मैं आकाश को मिला नहीं था आकाश का मुझे फोन आया और वह मुझे कहने लगा कि काफी दिन हो गए हैं तुमसे मिला भी नहीं हूं तो सोच रहा था कि तुमसे मुलाकात कर लूँ। मैंने आकाश को कहा कि हम लोग आज ही मिलते हैं मैं आज ही दिल्ली से लौटा हूं तो मैं तुमसे मुलाकात करता हूं। मैं उस दिन आकाश को मिलने के लिए उसके घर पर चला गया मैं जब आकाश को मिला तो उस दिन मुझे काफी अच्छा लगा। मैं ज्यादातर अपने काम के सिलसिले में बाहर ही रहता था। एक दिन मैं दिल्ली से चंडीगढ़ का सफर कर रहा था तो वह सफर मेरे लिए बहुत यादगार रहा। सफर के दौरान मेरी मुलाकात अर्चना के साथ हुई अर्चना जो कि मेरे सामने वाली सीट में बैठी हुई थी और अर्चना से मिलकर मुझे बहुत ही अच्छा लगा।
मैंने उस दिन अर्चना का नंबर भी ले लिया था और उसका नंबर लेने के बाद जब मेरी उससे फोन पर बातें होने लगी तो हम दोनों एक दूसरे से बहुत ही ज्यादा बातें करने लगे थे। यह हम दोनों के लिए बड़ा अच्छा था जिस तरीके से हम दोनों एक दूसरे के साथ बातें करते हैं और मैं बहुत ही ज्यादा खुश हूं कि अर्चना और मेरी जिंदगी अच्छे से चल रही है। अर्चना के मेरी जिंदगी में आने से मेरी लाइफ पूरी तरीके से बदल चुकी है और मेरी जिंदगी में इतनी खुशियां है कि मैं हमेशा खुश रहता हूं। अर्चना मुझसे बहुत ही ज्यादा प्यार करती है और हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत ज्यादा प्यार करते हैं। जिस तरीके से अर्चना और मैं एक दूसरे के साथ होते हैं उससे हम दोनों को बहुत ही अच्छा लगता है। मुझे भी इस बात की खुशी है कि अर्चना और मैं एक दूसरे को बड़े अच्छे से समझ पाते हैं और यह हम दोनों के लिए बहुत ही अच्छा है। अर्चना और मैं एक दूसरे से अक्सर मिलने की कोशिश किया करते हैं। हालांकि मेरे पास कम समय होता है लेकिन फिर भी मैं कोशिश करता हूं कि मैं अर्चना को मिला करुं।
एक दिन मैं और अर्चना साथ में बैठे हुए थे उस दिन जब हम लोग अपनी पहली मुलाकात के बारे में बात कर रहे थे तो हम दोनों बहुत ही ज्यादा खुश थे। मुझे भी इस बात की बड़ी खुशी थी कि अर्चना के साथ मैं कुछ समय बिता पा रहा हूं। यह बात मैंने आकाश को भी बता दी थी कि मेरा अर्चना के साथ रिलेशन चल रहा है। आकाश अर्चना को मिलना चाहता था और मैंने आकाश को कहा कि मैं तुम्हें अर्चना से जरूर मिलवाऊंगा। जब मैंने एक दिन आकाश को अर्चना से मिलवाया उससे मिलकर आकाश काफी खुश था। अर्चना को भी आकाश से मिलकर बहुत ही अच्छा लगा क्योंकि अक्सर मैं आकाश की बात अर्चना से करता रहता हूं इसलिए उस दिन उसे बहुत ही अच्छा लगा जब उसने आकाश से बातें की। एक दिन मुझे बेंगलुरु जाना था मैंने उस दिन जब अर्चना से कहा कि मुझे तुमसे मिलना है क्योंकि मुझे बेंगलुरु जाना है तो वह कहने लगी कि ठीक है मैं तुमसे आज शाम को मिलती हूं। मुझे अगले दिन बेंगलुरु जाना था और मैं उस दिन शाम को अर्चना को मिला तो उसे बहुत ही अच्छा लगा और हम दोनों ने साथ में अच्छा समय बिताया।
अगले दिन मैं बेंगलुरु चला गया था और वहां पर मुझे कुछ दिनों तक रहना पड़ा और उसके बाद मैं वहां से वापस लौट आया था। जब मैं वहां से वापस लौटा तो मेरी मुलाकात अर्चना से हुई अर्चना और मैं एक दूसरे से हमेशा ही मिलने की कोशिश किया करते हैं। अर्चना और मेरा मिलना तो होता ही रहता है मुझे बहुत ही अच्छा लगता है जब मैं उससे मुलाकात करता हूं मुझे इस बात की बड़ी खुशी है। अर्चना और मै एक दूसरे से बहुत ज्यादा प्यार करते हैं। हम दोनों एक दूसरे से मिलते हैं तो हमें बहुत ही अच्छा लगता है। उस दिन भी हम दोनों एक दूसरे को मिले जब हम दोनों उस दिन मिले तो उस दिन हम दोनों ने साथ मे काफी अच्छा समय बिताया। मैंने उसके हाथ को सहलाना शुरू किया वह समझ चुकी थी मैं क्या चाहता हूं। मैंने उससे कहा मुझे तुम्हारे साथ में सेक्स करना है। वह भी मेरे साथ सेक्स करने के लिए रतैयार थी उसके अंदर भी मेरे साथ सेक्स करने की आग जल रही थी। हम दोनों मेरे दोस्त के घर चले गए जब हम लोग मेरे दोस्त के घर गए तो वहां पर अर्चना और मैं एक दूसरे के साथ बिस्तर में लेटे हुए थे। मेरा दोस्त जो मेरे ऑफिस में ही जॉब करता है।
हम लोग दूसरे के साथ थे और मैं उसके होठों को चूमने की कोशिश कर रहा था। जब मैं उसके होंठों को चूमने की कोशिश कर रहा था तो मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था। वह भी गर्म होती जा रही थी मैंने जब अर्चना के स्तनों को दबाना शुरू किया तो वह गरम होती चली गई और मैं भी गरम होने लगा था। हम दोनो एक दूसरे के साथ बहुत ही ज्यादा खुश थे। मैं जिस तरीके से उसकी गर्मी को बढ़ा रहा था उससे मुझे बहुत ही मज़ा आ रहा था और अर्चना भी बहुत ज्यादा खुश हो चुकी थी। उसने मुझे कहा उसे मेरे लंड को अपने मुंह में लेना है। उसने मेरे लंड को अपने मुंह में ले लिया वह उसे चूसने लगी। जब वह ऐसा करने लगी तो मुझे बहुत ही अच्छा लगने लगा था और उसे भी बड़ा अच्छा लग रहा था। वह मेरी गर्मी को बढ़ने लगी थी। मैंने अर्चना की चूत को चाटना शुरू किया और उसकी योनि को चाटकर मुझे मज़ा आ रहा था। मैंने उसकी चूत में लंड को लगा दिया था।
जब मैंने उसकी चूत में अपने लंड को घुसाया तो मैंने उसकी चूत के अंदर धीरे-धीरे अपने लंड को डाला मेरा मोटा लंड उसकी चूत के अंदर जाते ही वह चिल्ला रही थी। जब मेरा लंड उसकी चूत में गया तो मुझे बहुत ज्यादा खुश थी। मुझे मज़ा आ रहा था वह मेरा साथ दे रही थी। मैं उसे तेजी से धक्के देने लगा था जब मैं अर्चना को धक्के देने लगा तो मुझे उसकी चूत मारने में मजा आता। मैंने देखा उसकी चूत से बहुत ज्यादा पानी बाहर निकल रहा था। मुझे उसे चोदने मे बड़ा मजा आने लगा था। मैं जिस तरीके से वह मेरा साथ दे रही थी अब हम दोनों बहुत ज्यादा गरम होते जा रहे थे। मैंने उसकी योनि के अंदर अपने वीर्य को गिरा दिया था। जब मैंने उसकी योनि में वीर्य को गिराया तो वह मुझे कहने लगी मुझे मजा आ गया है। जिस तरीके से हम दोनों एक दूसरे के साथ सेक्स के मजे ले रहे थे उससे हम दोनों बहुत ही ज्यादा खुश थे।