लंड की चाहत ने मुझे कई लौड़े दिलवाए -1
हाय फ्रेंड्स, मेरा नाम सरोज है और मैं गुजरात की रहने वाली हूँ | मैं दिखने में बहुत गोरी हूँ और मेरी आँखे नीली है | मेरे हुस्न की तारीफ मैं खुद नहीं करती ये तो सब मेरे हुस्न के दीवाने हैं | जो मुझे ऐसे ऐसे कमेंट्स करते हैं कि मैं खुद को हुस्न कि मल्लिका समझने लगी हूँ | मेरा फिगर भी बहुत मस्त है | मेरे बोबे का साइज़ 32 है | गदरायी कमर है, और चौड़ी गांड है | दोस्तों, मैं एक शादीशुदा महिला हूँ पर मेरे पति के गुजर जाने के बाद मैं विधवा हो गयी हूँ | मेरी उम्र 33 है पर मैं लगती 26 की हूँ | ये मेरी पहली कहानी है जो मैं आप लोगों को सुनाने जा रही हूँ | इससे पहले मैंने कभी कोई कहानी नहीं लिखी है | अगर इसमें आप लोगो को कोई गलती नजर आये तो मुझे माफ़ कर देना | अब मैं कहानी पर आती हूँ |
ये घटना 2 साल पहले की है जब मैं 31 साल की थी | मेरे पति की एक शॉप थी हमारे घर की नीचे ही, जिसमे हर तरह की ज्वेल्लेरी रखते है | मेरे पति का हमारे एरिया में काफ़ी रुतबा था जब उनकी मौत नहीं हुई थी | उनके जाने के बाद सब कुछ बदल गया मैं काफी अकेले पड़ गयी थी | क्यूंकि जब उनकी मौत हुई तब मेरे सास ससुर उनकी बॉडी देख कर सदमे से मर गये थे | पर मैंने खुद को बड़ी मुश्किल से संभाला था क्यूंकि मेरा बेटा उस समय सिर्फ 2 साल का था और मुझे उसे भी संभालना था | दोस्तों,मुझे कुछ समय सब कुछ सँभालने में ही लग गए थे |मैं एक औरत हूँ ये बात मैं भूल चुकी थी, मैं अब एक बाप भी थी | मैंने अपने बेटे का स्कूल में दाखिला करवाया इंग्लिश मीडियम स्कूल में | मैं ऐसे ही अपनी जिन्दगी के पल काट रही थी और अपनी अन्तर्वासना मैं खो चुकी थी | फिर एक दिन मैं अपने बेटे के स्कूल गयी थी तो एक टीचर थे | उन्होंने मुझे मेरे बेटे की शिकायत की और कहा कि ये लड़का बहुत शैतानी करता है | न ही खुद पढता है और न दूसरो को पढने देता है अगर इसका ऐसा ही चलता रहेगा तो ये कुछ नहीं कर पायगा अपनी लाइफ में | मैं बहुत शर्मिंदा थी उसकी गलती के लिए तो मैंने उनसे माफ़ी मांगी और कहा कि आगे से अब आप आपको शिकायत का मौका नहीं मिलेगा |
फिर मैं उसे ले कर घर आ गयी और उसे बहुत समझाया कि ऐसा करना गलत है यी सब तू छोड़ दे | तो उसने मुझे वादा किया कि वो अब कोई भी गलती नहीं करेगा | फिर मैंने उसे गले लगा लिया और उसने भी | रात के वक़्त मैं सो रही थी कि मुझे एक सपना आया | जिसमें वो ही टीचर मुझे चोद रहा है और मैं उससे चुदवाते हुए कह रही हूँ कि और चोदो जोर से चोदो | फिर सुबह जब मेरी नींद खुली तो मैं एक दम बदल गयी थी अब मुझे बस वो ही टीचर दिख रहा था | वैसे उसका नाम पंकज था और वो अभी जवान टीचर था |
एक दिन की बात है उसने मुझे फिर स्कूल बुलाया और कहा कि आप का बेटा तो एक दम से बदल गया आपने ऐसा क्या किया कि ये पढने में भी होशियार हो गया और शैतानियाँ बंद कर दीइसने | तो मैंने कहा सर सबका अपना अपना तरीका होता है (और पता नहीं अचानक मेरे मुंह से निकल गया कि) कभी घर आइये आप को भी समझा दूँगी | कुछ देर तक मैं चौंक गयी कि ये मैंने क्या कह दिया और सर ने मुझसे पूछा क्या मतलब है आपका ? मैंने जी कुछ नहीं बस ऐसे ही मुंह से निकल गया था | तो उन्होंने कहा कि तो फिर डाल लो मैं एक दम से बोल उठी क्या ? तो उन्होंने कहा कुछ नहीं | तो मैं शर्मा गयी और सर से कहा कि सर कभी घर आइये हमारे ये है मेरा पत्ता घर का | तो उन्होंने कहा जी हाँ बिलकुल | फिर मैं अपने घर गयी |
अगले दिन मेरा बेटा स्कूल चला गया था और मैं नहा कर निकली ही थी कि किसी ने डोर बेल बजायी तो मैंने कहा आई दो मिनट रुकना | फिर मैं जल्दी से अपने रूम में गयी और आईने के सामने खड़े हो कर जल्दी से गाउन पहन लिया | मैं बहुत सेक्सी लग रही थी उस समय | फिर मैं नीचे गयी और दरवाजा खोला तो देखा कि ये तो पंकज सर हैं ये यहाँ कैसे आ गये ? तो मैंने कहा सर आप यहाँ कुछ काम था क्या ? तो उन्होंने कहा कि काम तो नहीं था आपने कल कहा था घर आने को तो मैं आज ही आ गया | मैंने फिर उनको अन्दर बुलाया और सोफे पे बैठा दिया | फिर मैं उनके लिए चाय लेने गयी और ला कर टेबल पर चाय रख रही थी झुक के | तो वो मेरे डीप गले वाले गाउन से मेरे दूध को देखने लगे ऑर मैं समझ गयी कि ये क्यूँ आये हैं यहाँ ? तो मैंने उनसे कहा क्या देख रहे हैं सर आप तो उन्होंने कहा जो मुझे दिख रहा है | फिर मैंने पूछा कि क्या दिख रहा है तो उन्होंने कहा आपके दूध दर्शन | मैं शर्मा गयी तो वो भी समझ गये कि मैं उनसे चुदवाना चाहती हूँ |
फिर उन्होंने मेरा हाँथ पकड़ के अपनी गोद में बैठा लिया और मेरे दूध को देखने लगे | मैं भी उन्हें मना नहीं कर रही थी | फिर उन्होंने मेरे होंठ में अपने होंठ रख दिए और मुझे किस करने लगे | मैं भी उनका साथ देने लगी और उन्हें किस करने लगी | 15 मिनट किस करने के बाद उन्होंने मेरे गाउन को उतार दिया और मुझे निहारने लगे तो मैं शर्माए जा रही थी | फिर वो मेरे दूध को पकडे के चूसने लगे जोर जोर से और मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करने लगी| वो बहुत अच्छे से और बड़े प्यार से मेरे दूध को जोर जोर से पीते जा रहा था और मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करते जा रही थी |
फिर उन्होंने मुझे वहीँ सोफे पर ही घोड़ी बना दिया और मैं हांथो के सहारे झुक गयी और घोड़ी बन गयी | फिर वो भी झुक कर मेरी चूत के होंठ को अपनी ऊँगली से अलग करते हुए मेरी चिकनी चूत को चाटने लगे | वो अपनी जीभ को हर तर्रफ घुमा घुमा के चाट रहे थे और मै अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ कर रही थी | उनका ऐसा करना मुझे बहुत अच्छा लग रहा था | वो मेरी गांड में ऊँगली डाल रहे थे और मेरी चूत चाट रहे थे और मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ कर रही थी | उसने मेरी चूत को करीब 20 मिनट तक बहुत अच्छे तरीके से चाटा | फिर मैं उनके कपडे उतारने लगी और कुछ ही पल में उन्हें मैंने नंगा कर दी थी | उनका लंड देख के मैं बहुत खुश हुई क्यूंकि उसका लंड बहुत ही अच्छा लम्बा और मोटा था | फिर मैं उसके लंड को खूब गीला करने लगी चाट चाट के और वो अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करने लगा | जब उसका लंड अच्छे से गीला हो गया तो मैं उसके लंड को मुंह में भर के चूसने लगी और वो जोर जोर से अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करते हुए सिस्कारियां भरने लगा |15 मिनट तक मैंने उसके लंड को खूब अच्छे तरीके से मुह में भरा | फिर वो मुझे मेरे बेडरूम में ले गये और मुझे बेड पर टाँगे चौड़ी करके मेरी चूत में लंड रगड़ने लगे और 2 मिनट के बाद पूरा लंड मेरी चूत में घुसेड दिया | मैं चीखते हुए कहने लगी कि निकालो अपने लंड को बहुत जोर से दर्द हो रहा है मेरी चूत को प्लीज निकालो इसको | तो उसने कहा अरे जान बस थोड़ी देर दर्द होगा और बाद में मजा आयगा | इतना कह कर वो जोर जोर से मेरी चूत चोदने लगा और मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करने लगी थी | उसके हर एक झटके में मुझे मजा आ रहा था वो बहुत जोर जोर से मेरी चूत कि चुदाई कर रहा था | और फिर वो मेरे चूत के ऊपर अपना वीर्य छोड़ दिया |
दोस्तों ये तो तथी मेरी एक चुदाई आगे के भाग में मैं अपनी और चुदाई के बारे में बताउंगी |