जंगल में चुदाई और अन्तर्वासना

जंगल में चुदाई और अन्तर्वासना

जय डकैत, कैसे हैं आप सभी ? मेरा नाम सवित्री देवी है | मेरी उम्र 32 साल है और मैं एक डकैत हूँ | मेरा पेशा है डकैती करना और अमीर लोगो को मार कर उनके पैसे लूटना | मैंने अब तक 56 अपहरण किये हैं और 140 चोरिया की है | हमारा एक बहुत बड़ा गिरोह है और हमारे गिरोह में सभी नंगे रहते हैं | मैं दिखने में काली हूँ और मेरा फिगर भी अच्छा नही है | आज जो मैं ये कहानी लिखने जा रही हूँ ये मेरी सच्ची कहानी है और मैंने सोचा कि आप लोगो के सामने अपनी कहानी पेश करू ताकि आप लोगो को पता चले कि जंगल में चुदाई करना कितना खतरनाक होता है | तो अब अपनी कहानी शुरू करती हूँ |जब मैं कक्षा 10वी में थी तब एक डकैत गिरोह ने मेरा अपहरण कर लिया था | उस समय मुझे कुछ समझ नही थी और मेरे घर वालो ने ढूँढने की कोशिश भी नही की | जैसे जैसे मैं बड़ी हुई तो मुझे पता चला कि जो गिरोह का सरदार था उसका धन्ना सेठ नाम था | वो बहुत ही मादरचोद किस्म का आदमी था और बेवड़ा भी | वो गाँव जा कर कई सारी लड़की को चोदता और औरतो को भी | पर एक दिन पुलिस ने रेड मारी और हम सभी तो भाग निकलने पर सरदार की पुलिस वालो ने गांड मार ली और वो मर गया | चूंकि सरदार का कोई नही था और उसने मुझे एक प्रकार से पाल पोसकर बड़ा किया तो उसके मुताबिक मुझे सरदार बनना पड़ा | हम सभी के पास बम, चाकू. तलवार, एक.के.47 जैसे कई सारे हथियार हैं | हम गरीबो की मदद भी करते हैं और अमीरों को नंगा करना हमे बहुत पसंद है | मादरचोद की वजह से हमे ये सब करना पड़ता है | अब जब मैं 26 साल की हुई तो तब तक मेरे शरीर में बदलाव हुए | मेरे दूध बढ़ चुके थे और गांड भी चौड़ी हो चुकी थी | हमारे गिरोह में सभी के लुगाई बच्चे थे | पर बहनचोद मेरा कोई नही था | मेरी जब भी रात में नींद खुलती तो मुझे हर तरफ से आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की आवाजे सुनाई देती | मैं समझ जाती कि मादरचोद सब चुदाई कर रहे हैं | मैं भी चुदवाना चाहती थी पर किस्से चुद्वाऊ कुछ समझ नही आता था मुझे | मैं बस अपनी चूत में ऊँगली से या कोई भी लम्बी और मोटी सब्जी से चूत की प्यास बुझा लेती थी पर मुझे लंड चाहिए था | अब एक दिन हम लोगो ने प्लान बनाया की गणतंत्र दिवस के दिन नेता जी झंडा फहराने आयेंगे और उनका अपहरण कर के पैसे मांगेंगे | सभी तैयार थे और हमारी प्लानिंग भी पूरी हो चुकी थी | हम सभी जंगल के चारो तरफ फैल गए थे और जैसे ही नेता जी की गाड़ी निकली हमने सामने बम ब्लास्ट कर दिया और हर तरफ से गोली चालने लगे | मैंने देखा कि जब सब मर गए हैं और नेता जी की गाड़ी की तरफ गये तो देखा कि वो भी मर गया | जब मैंने गिरोह से पुछा कि इस मादरचोद पर गोली किसने चलाई तो किसी ने कुछ नही बोला कोई अपनी गलती मानने को तैयार ही नही हो रहा था | तभी उसे कार में से निकाल कर एक लड़का भागा जिसका नाम बुन्नु है | तो उसे हमारे गिरोह ने पकड़ लिया | अब हमे उस कार में से जो भी सामान मिला हम सब उठा कर वहां से नए ठिकाने पर चल दिए | शाम के करीब 6 बज रहे होंगे हम सब एक बहुत घने जंगल में रुके उस रात | रात के वक्त खाने की तैयारी चलने लगी और मैं उस बुन्नु के पास गई | मैंने उससे उसका नाम पूछा और सारी जानकारी ली उसके और उसके घरवालो के बारे में | उसने सब मुझे बता दिया | वो उस समय 20 साल का था मुझसे 4 साल छोटा | फिर हम सब खाना खाने लगे और बुन्नु को भी दिया | फिर हम सब सोने चले गए | मैं बुन्नु के पास ही रुकी थी और उससे उसके घर का नंबर मांग कर कॉल किया और कहा कि हम लोगो को 20 लाख रूपए दो और बच्चे को ले जाओ | रात के उस समय 12 बजे रहे होंगे और मुझे फिर से आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की चुदाई की आवाज़ आने लगी | मैं गरम हो गयी ये सुन कर | तो मैंने बुन्नु के होंठ में अपने होंठ रख दी और उसके होंठ को चूसते हुए उसके लंड पर हाँथ फेरने लगी | बुन्नु भले ही छोटा था पर था समझदार | वो भी मेरा साथ देते हुए मुझे किस करने लगा | मैंने उसके हाँथ को बाँध रखी था | उसके बाद मैंने उसे नंगा कर दिया और खुद भी नंगी हो गई | मैंने उसके मुंह में अपने दूध लगा दिए तो वो चूसने लगा मेरे दूध को बारी बारी से और मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए उसके मुंह को दबाने लगी | बुन्नु जोर जोर से मेरे दूध को पी रहा था और निप्पलस भी होंठ में दबा कर चूस रहा था और मैं भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए मदहोश हो रही थी | फिर मैंने अपनी चूत बुन्नु के मुंह में रख दी और अपनी जीभ से मेरी चूत को रगड़ते हुए चाटने लगा तो मेरे मुंह से आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की सिस्कारिया निकलने लगी | मेरी चूत में एक दम घने बाल है | मैं उसके सिर को पकड कर अपनी चूत में रगड़ने लगी और भी मेरी चूत को अच्छे से चाट रहा था | मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए उसके मुंह में ही एक बार झड़ गई | फिर मैंने उसके लंड को अपने हाँथ में ले कर हिलाना चालू किया और फिर अपनी जीभ से चाटने लगी | उसके मुंह से भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की सिस्कारिया निकल रही थी | जब उसके लंड अच्छे से गीला हो गया तो मैंने अपने मुंह में ले कर ऊपर नीचे करते हुए चूसने लगी तो वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए मचलने लगा | बुन्नु के हाँथ और सिर्फ पैर बंधे थे | मैंने उसे खड़ा की और खुद घोड़ी बन गयी | फिर उसके लंड को अपनी चूत से मिलाते हुए अपनी चूत के अन्दर डाल लिया और आगे पीछे करते हुए चुदवाने लगी और आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्करिया लेने लगी | वो भी बीच बीच में शॉट लगा देता था | जब मैंने देखा कि उससे खड़े हो कर चुदाई करते नही बन रहा है तो मैंने उसे लेटा दिया और खुद अपनी टाँगे फैला कर उसके लंड पर बैठ गई | अब मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए अपनी गांड उठा उठा कर चुदवाने लगी | मैं जोर जोर से उसके लंड पर कूद रही थी और आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्कारिया ले रही थी | फचफच की आवाज से मानो पूरा जंगल गूँज रहा था | फिर मैंने थोडा रुकने के बाद फिर से चुदवाने लगी | करीब आधे घंटे की चुदाई के बाद वो मेरी चूत में ही झड़ गया | उस रात मैंने उससे दो बार चुदाई करवाई थी अपनी | अगली सुबह हम उस जगह पर पंहुचे जहाँ पर हमे पैसे मिलने वाले थे | जब हम वहां गए तो मैंने अपने चेले को भेजा अकेले और उससे कहा कि तू पैसे ले कर आना और अगर कोई मिले तो कहना कि लड़का भेज रहे हैं | अगर कोई उंच नीच हुई तो भूंज देना सभी को गोली से और शहीद हो जाना अपने गिरोह के लिए | वो करीब एक घंटे बाद आया और उसके बाद हमने बड़ी चालाकी से उस लड़के को भेज दिया |तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी | मैं उम्मीद करती हूँ कि आप सभी को मेरी ये कहानी पसंद आई होगी |