kamukta, antarvasna मैं एक बिजनेसमैन हूं, मैं हर साल अपने परिवार के साथ कहीं ना कहीं घूमने के लिए जाता हूं मैं अब तक कई देशों में घूमने के लिए जा चुका हूं लेकिन इस बार मुझे मनाली जाना था, मैंने अपने घर के पास ही ट्रैवल एजेंट को फोन किया और उसे कहा की मुझे मनाली जाना है तुम वहां पर मेरे रहने और गाड़ी की व्यवस्था कर दो, उसने कहा ठीक है सर मैं सारी व्यवस्था कर देता हूं। मेरे पास ज्यादा वक्त नहीं होता था इसलिए मैं अपने पत्नी और बच्चों को ज्यादा समय नहीं दे पाता था, मेरी पत्नी का नाम काव्या है मैंने उन्हें कभी भी कोई कमी नहीं होने दी और हमेशा ही उन्हें मैं अपने साथ घुमाने के लिए लेकर जाता लेकिन फिर भी काव्या का मूड ठीक नहीं रहता था, मैंने कई बार काव्या को समझाया कि मैं यह सब तुम्हारे लिए ही तो कर रहा हूं लेकिन वह फिर भी मुझसे कभी खुश नहीं रहती।
इस बार मैं घूमने के लिए मनाली का प्लान बना चुका था और मेरे ट्रैवल एजेंट ने सारी व्यवस्था करदी थी, मैं दिल्ली से कार में ही जाने वाला था काव्या और मेरे बच्चों ने सारा सामान पैक कर दिया था, मैं जब सुबह जल्दी उठा तो ड्राइवर का फोन आ गया और वह कहने लगा सर आप लोग तैयार हो जाइए मैं दो घंटे में आपके घर पहुंच जाऊंगा। मैंने बच्चों से कहा कि तुम लोग तैयार हो जाओ दो घंटे बाद ड्राइवर आ जाएगा, काव्या और मेरे बच्चे तैयार हो गए और दो घंटे बाद वह ड्राइवर भी आ गया, ड्राइवर की उम्र 45 से 50 वर्ष की रही होगी। मैंने उससे कहा बस पांच मिनट रुक जाओ, उसने कहा सर कोई बात नहीं पांच मिनट बाद काव्या बच्चों को लेकर आ गई, हम लोगों ने सारा सामान डिक्की में रख दिया अब हम लोग मनाली के लिए निकल पड़े। मैं ड्राइवर के साथ आगे वाली सीट में ही बैठा हुआ था और रास्ते भर उससे बात करता रहा था, मैं जब मनाली पहुंचा तो वह मुझे होटल में लेकर गया, मैंने अपने एजेंट को फोन किया उसने कहा कि सर मैंने आपके रुकने की व्यवस्था कर दी है यदि आपको कोई भी परेशानी हो तो आप मुझे फोन कर दीजिएगा।
मुझे कोई भी ऐसी दिक्कत नहीं हुई होटल भी अच्छा था और वहां पर साफ-सफाई भी अच्छी थी, उस दिन तो हम लोगों ने आराम करने की ही सोची, शाम के वक्त का नजारा बड़ा ही सुंदर लग रहा था वहां पर टिमटिमाते हुए लाइट जैसे एक अलग ही नजारा पैदा कर रहे थे और सब कुछ बहुत अच्छा सा लग रहा था, हम लोगों के होटल के मैनेजर ने बताया कि सर आज शाम को होटल की तरफ से एक छोटी सी पार्टी रखी है जिसमें कि जितने भी लोग होटल में रुके हैं उन सबको इनवाइट किया है। शाम के वक्त हम लोग पार्टी में चले गए वहां पर ठीक-ठाक भीड़ थी वहां पर करीब 100 लोगों के आसपास की भीड़ थी और आगे से लाइव कंसर्ट भी चल रहा था, जो सिंगर गाना गा रहा था वह बड़े ही अच्छी आवाज में गाना गा रहा था मैं तो पार्टी को पूरा इंजॉय कर रहा था लेकिन काव्या का चेहरा थोड़ा उतरा सा लग रहा था मैंने उससे पूछा तुम्हारा मूड क्यों ऑफ है? वह कहने लगी मेरा मूड कहां ऑफ है बस ऐसे ही मैं तो गाने का इंजॉय ले रही हूं लेकिन मुझे लग रहा था कि उसका मूड वाकई में ऑफ है शादी के इतने वर्षों बाद हम दोनों एक दूसरे को कभी सही से पहचान ही नहीं पाए, हमारा बस सिर्फ नाम का ही रिश्ता रह गया था। हमारे सामने की टेबल पर एक परिवार बैठा हुआ था वह भी पार्टी का पूरा एंजॉय कर रहा था जैसे-जैसे पार्टी का समय बीता जा रहा था तो सब लोगों का आपस में इंट्रोडक्शन हो चुका था जो हमारे टेबल के सामने बैठे हुए थे उनका नाम कमल और सुमोना था, वह लोग पार्टी का पूरा एंजॉय कर रहे थे। कमल हमारे पास आया और कहने लगा आप भी हमें ज्वाइन कीजिए, काव्या और मैं हम लोग भी उनकी टेबल पर चले गए, मेरे साथ मेरे बच्चे भी थे मेरे बच्चे और उनके बच्चे आपस में खेलने लगे, अब हम लोगों का परिचय तो हो ही चुका था इसलिए हम सब लोग आपस में बात कर रहे थे काव्या भी सुमोना से बात कर रही थी अब उसके चेहरे पर भी थोड़ी बहुत मुस्कान थी।
सुमोना ने मुझसे पूछा कि तुम्हारी शादी को कितने वर्ष हो चुके हैं तो मैंने उसे बताया कि मेरी शादी को 12 वर्ष हो चुके हैं, वह कहने लगी कि हमारी शादी को भी 12 वर्ष हो चुके हैं इत्तेफाक की बात यह रही कि जिस दिन हम दोनों की शादी हुई थी उसी दिन उन दोनों की भी शादी हुई थी और अगले ही दिन मेरा बर्थडे था, कमल कहने लगा कि चलो यह तो अच्छी बात है हम लोग भी यहां चार-पांच दिन रुकेंगे और इसी बहाने आपका बर्थडे भी हम लोग सेलिब्रेट कर लेंगे, मैंने उन्हें कहा क्यों नहीं। हम लोगों ने साथ में एक अच्छा समय बिताया काफी समय बाद मैंने काव्या के चेहरे पर इतनी खुशी देखी थी वह बहुत खुश थी और कहने लगी मुझे सुमोना के साथ बात कर के अच्छा लगा, मैंने काव्या से कहा चलो इस बहाने तुम्हारी किसी से तो बात हुई नहीं तो तुम हमेशा ही उखड़ी सी रहती हो, काव्य मुझे कहने लगी अब तुम्हारा देखने का अंदाज ही ऐसा है तो मैं उसमें कुछ नहीं कर सकती और वह बिस्तर में जा कर लेट गई, फिर मैं भी सो गया और अगले दिन जब मेरे बर्थडे की तैयारी होटल में ही हो रही थी तो मैंने होटल में जितने भी गेस्ट रुके थे उन सबको इनवाइट कर लिया, उस दिन हमने ड्रिंक का भी इंतजाम कर दिया और जब काव्या और मैं डांस कर रहे थे तो सब लोग तालियां बजा रहे थे मैंने भी कमल से कहा कि तुम भी सुमोना के साथ डांस करो, कमल भी सुमोना के साथ डांस करने लगा हम लोग बड़े ही एंजॉय कर रहे थे और मुझे बहुत अच्छा लग रहा था मैंने उस दिन थोड़ा ज्यादा शराब भी पी ली थी काव्या ने भी उस दिन थोड़ी ड्रिंक कर ली थी उसे भी हल्का नशा हो गया था, कमल और सुमोना भी लगातार ड्रिंक कर रहे थे जिससे कि उन दोनों को भी नशा होने लगा था लेकिन पार्टी में बड़ा मजा आ रहा था और सब लोग बहुत एंजॉय कर रहे थे।
धीरे-धीरे सब लोग नशे में होते जा रहे थे कमल तो इतना ज्यादा नशे में हो गया कि उसे मुझे कंधे में उठाकर उसके बिस्तर तक ले जाना पड़ा। काव्या भी सो चुकी थी सुमोना और मैं बैठ कर बात कर रहे थे सुमोना को तो जैसे बिल्कुल भी नशा नहीं हुआ था। उसने जब मेरी बाहों में आने की कोशिश की तो मुझसे भी नहीं रहा गया कमल भी सो चुका था और उसके बच्चे भी गहरी नींद में थे। मैंने सुमोना की ड्रेस को उतारते हुए उसकी लाल रंग की पैंटी को नीचे उतार दिया उसे घोड़ी बनाकर चोदना शुरू किया। वह अपने मुंह से बड़ी मादक आवाज निकाल रही थी लेकिन उसकी गोरी गोरी गांड जब मेरे लंड से टकराती तो मुझे बड़ा मजा आता मैं उसके स्तनों को भी दबाए जा रहा था उसका बदन बड़ा ही सेक्सी है। सुमोना को चोदकर मुझे बड़ा मजा आ रहा था क्योंकि काव्या के साथ मैंने लंबे अरसे से सेक्स नहीं किया था हम दोनो के बीच जैसे सेक्स नाम की चीज बची ही नहीं थी लेकिन सुमोना ने उस दिन मेरी बरसो की इच्छा को पूरा कर दिया उसकी चूत मारने में मुझे बड़ा मजा आ रहा था। मैंने उससे पूछा तुम तो कमल को बड़े ही मजे देती होंगी। वह कहने लगी मैने कमल को हमेशा सेक्स के लिए कभी कोई शिकायत नहीं होने दी उसके साथ में सेक्स का मजा लेती हूं लेकिन आज वह जल्दी सो गया इसलिए मुझे तुम्हारे साथ सेक्स करने की इच्छा हुई। मैंने काफी देर तक सुमोना के बदन के मजे लिए जब उसकी चूत से पानी बाहर छूटने लगा तो मैं भी झडने वाला था मैंने अपने वीर्य को सुमोना की गोरी गांड पर गिरा दिया। हम दोनों ने अपने कपड़े पहन लिए हम लोग काफी देर तक बात करते रहे रात भी काफी हो चुकी थी मैंने सुमोना से कहा मैं अब सोने चलता हूं वह कहने लगी मुझे भी बहुत नींद आ रही है मैं अपने रूम में सोने के लिए चला गया और सुमोना भी सो गई। अगली सुबह जब हम मिले तो जैसे सुमोना को कुछ भी याद नहीं था लेकिन रात भर मैंने उसके साथ जो मजे लिए मैं तो उसकी सिर्फ कल्पना मात्र से ही खुश हो जाता हूं।
हम सब लोगों ने पार्टी का तो रात भर मजा लिया था और सुबह हम लोग रात की पार्टी की ही बात कर रहे थे। कमल कहने लगा कि चलो इस बहाने हम दोनों परिवार की मुलाकात तो हुई और अब आगे भी मुलाकात होती रहेगी, मैंने कमल से कहा क्यों नहीं यदि आप लोग हमें अपने दिल में जगह दोगे तो हम लोग आपसे संपर्क करते रहेंगे, सुमोना कहने लगी कि हां हम लोगों को आपके साथ बहुत अच्छा लगा और मुझे तो काव्य के साथ भी बहुत अच्छा लगा, काव्या के चेहरे पर भी मुस्कान थी और उसके चेहरे पर मैं जब भी मुस्कान देखता तो मुझे बहुत अच्छा लगता। हम लोग जितने दिनों तक भी साथ में थे उतने दिन मुझे भी बहुत अच्छा लगा और जब हम लोग अपने घर वापस लौट आए तो कुछ दिनों तक तो मेरा मन काम करने का हुआ ही नहीं लेकिन फिर जब मैं काम करने लगा तो मैं अपने काम में व्यस्त हो चुका था और मुझे बिल्कुल भी समय नहीं मिल पा रहा था परंतु मैं कोशिश करते हुए अपने लिए समय निकालने लगा और कुछ समय काव्या के साथ भी बिताने लगा, काव्या के मूड में भी अब परिवर्तन होने लगा था और मैं उसे समझाने में सफल हो गया था कि मैं उससे प्यार करता हूं मेरे लिए यह बहुत खुशी की बात थी कि काव्या को भी मेरे प्यार का एहसास हो चुका था। वह हमेशा मेरा इंतजार करती और वह मुझे अब फोन भी करने लगी थी मैं बहुत खुश था और जब भी मुझे काव्या का फोन आता तो मैं उसे कहता कि बस मैं अभी घर पहुंच रहा हूं।
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